अलीगढ़। किसान आंदोलन को अपना समर्थन देने के उद्देश्य से युवा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें चौधरी रंजन राना, रितिश यादव, चौधरी अजय बेनिवाल और जितेंद्र यादव उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय किसान आंदोलन के केन्द्रीय मंच से चौधरी रंजन राना ने कहा कि किसान अपना आन्दोलन भारतीय संविधान में आस्था रखते हुए गांधीवादी तरीके से कर रहे हैं, परंतु दुर्भाग्य यह कि किसानों की लड़ाई हिटलर के वंशजों से हो रही है, जो अपने संगठन में आत्मघाती दस्ते और मानव बम पैदा करते हैं। रंजन राना ने कहा कि किसान आंदोलन की लहर दो गुनी ताक़त से बह रही है, अब काले कानूनों की वापसी तक रुकनी नहीं चाहिए।
युवा नेता रितिश यादव ने कहा कि हमें गर्व है कि राकेश टिकैत जी के आव्हान पर हमने सिकंदरा राव से लेकर जट्टारी तक मिटटी व जल संग्रह अभियान चलाया और आज धरना स्थल पर आकर किसान नेता राकेश टिकैत को सौंपा तथा अपने स्थानीय किसानों की भावनाओं को किसान आंदोलन में शामिल कराया।
चौधरी अजय बेनिवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार अब तानाशाही रवैए को लेकर चल रही है, जो कि भविष्य के प्रति दुखदाई ख़बर है।
जितेन्द्र यादव ने कहा कि हम सभी युवा आन्दोलन स्थल से लौटकर किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाए रखेंगे।