अब तक 2340 नमूनों की हो चुकी है सीबीनाट मशीन से जांच
. 12 जनवरी तक मलिन बस्तियों में होगी क्षय रोगियों की खोज
मथुरा। अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण आगरा मंडल आगरा डा ए के सिंह द्वारा जनापद संचालित सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान को समीक्षा की गई बैठक में मुख्य चिकत्साधिकारी डा रचना गुप्ता, संयुक्त निदेशक डा रविन्द्र गुप्ता, डा पी के गुप्ता अपर मुख्य चिकत्साधिकारी, डा आलोक कुमार उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा पारुल मित्तल के साथ जनपद के समस्त सुपरवाइजर उपस्थित रहे ।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में चल रहे एक माह के विषेष अभियान के दूसरे चरण में मथुरा में कुल 48 व्यक्ति ऐसे मिले हैं, जिनमें क्षय रोग की पुष्टि हुई है । विभिन्न टारगेट ग्रुप को ध्यान में रखकर चलाए जा रहे इस अभियान में अभी तक कुल 2340 नमूनों की जांच की जा चुकी है। जिन लोगों में क्षय रोग की पुष्टि हो गई है उनके इलाज की प्रक्रिया के साथ ही निक्षय पोर्टल पर पोषण भत्ते की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है । अपर निदेशक चिकत्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण डा ए के सिंह ने कहा कि जनपद की आशा प्राइवेट practicner से संपर्क कर अधिक से अधिक क्षय रोगियों की पहचान करें ।
जिला क्षय रोग अधिकारी, मथुरा डा. संजीव यादव ने बताया कि विभिन्न टारगेट ग्रुत को ध्यान में रखते हुये चलाए जा रहे इस अभियान का दूसरा चरण 02 जनवरी से शुरू हुआ है। ग्रामीण और शहरी मलिन बस्तियों तथा सुदूर क्षेत्रों में चलाए जा रहे इस अभियान में कुल 220 टीमें बनाई गई है। इनमें कुल 44 सुपरवाइजरए 14 नोडल आफिसर तथा पर्यवेक्षण के लिए स्टेट टीमों के अधिकारियों के द्वारा दौरा किया जा रहा है। अब तक कुल चार लाख पचास हजार की आबादी के बीच संभावित क्षय रोगियों की जांच की गई है। इनमें अभी तक 48 लोग पाजिटिव पाए गए हैं।
क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम जिला पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी ने बताया कि इन रोगियों का इलाज तत्काल प्रभाव से शुरु कर दिया गया है। साथ ही साथ उनके डाट्स प्रोवाइडर भी नियुक्त कर दिए गए हैं जो उन्हें दवा खिलाने का काम करेगे। हर महीने 500 रुपए पोषण भत्ता देने के लिए आवश्यक कागजात कार्यवाही पूरी की जा रही है। टीमें पूरे मनोयोग से काम कर रही हैं। जिन टीमों ने क्षय रोगियों को खोजा है उन्हें प्रोत्साहन के रुप में 600 रुपए हर पाजिटिव केस पर दिया जाएगा। एक टीम में कुल 3 सदस्य हैं । यह रोज प्रति सदस्य मिलने वाले 150 रुपए के मानदेय के अतिरिक्त है। विगत वर्ष 2020 में 11213 क्षय रोगियों को चिन्हित किया गया जो वर्ष 2019 से कम है ।
ये लक्षण दिखें तो जरुर करा लें जांच
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रचना गुप्ता ने आज कार्यक्रम की समीक्षा की उन्होने लोगों से अपील कि अगर किसी भी व्यक्ति के अन्दर टीबी के लक्षण मिलें तो वह बिना शर्म के जांच करा ले। इन 6 तरह के लक्षणों को नजरंदाज न करें। दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना। खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना। वजन का घटना। बुखार व सीने में दर्दए शाम के समय हल्का बुखार होना। रात में बेवजह पसीना आना। भूख कम लगने जैसी समस्या है तो अवश्य ही अपनी जांच करा लें। जांच के उपरान्त समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो सकता है।