- प्रसव में संभावित जोखिम वाली 100 गर्भवती महिलाएं चिह्नित, अभी निगेहवानी शुरू
मथुरा। इस माह परंपरागत रूप से 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व (एचआरपी डे) दिवस 23 चिकित्सा इकाइयों पर मनाया गया।
मथुरा के 8 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 2 जिला स्वास्थ्य इकाई एवं 2 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ये दिवस मनाया गया। मथुरा में कुल 23 स्वास्थ्य केन्द्र पर एमबीबीएस डॉक्टर, गायनेकोलॉजिस्ट सर्जन द्वारा 1125 गर्भवती महिलाओं का चेक अप किया गया।
इनमें से द्वितीय व तृतीय तिमाही में प्रथम बार प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में आई गर्भवती माताओं की संख्या 1025 थी। कुल एचआरपी ज्यादा जोखिम वाली सौ गर्भवती महिलाएं चिन्हित की गई।
इनमें गर्भवती महिलाओं की यूरिन, हीमोग्लोविन, शुगर, सिफिलस, वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप की जाँच की गयी, जिसमें 12 महिलाएं उच्च जोखिम गर्भावस्था ( एचआरपी ) की थीं। सभी महिलाओ की एचआईवी, अल्ट्रासाउंड और कोविड -19 और स्वास्थ्य की जांच की गई।
महिला रोग विशेषज्ञों ने हर गर्भवती को गर्भावस्था में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी। गर्भावस्था के दौरान आम दिनों की अपेक्षा रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इसलिए वह कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए घर पर रहकर अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें।
एनएचएम की डीसीपीएम पारुल शर्मा ने बताया कि जिस गर्भवती ने अभी जांच नहीं कराई है। वह जांच कराकर दवा ले लें । गर्भवस्था के दौरान ही प्रसव योजना बहुत महत्वपूर्ण है, जिसे आशा के साथ परिवार के सदस्य सहित मिलकर तैयार रखे। ऐसे में गर्भवती को फर्स्ट रेफरल यूनिट की जानकारी भी अवश्य रखनी चाहिए। सीएचसी पर डॉक्टर या आशा से सम्पर्क करें। खुद को फिट रखने के लिए व्यायाम करें खान- पान पर विशेष ध्यान दें। हरी सव्जी फल दूध का सेवन करें, ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिए।
गर्भवती को विटामिन व आयरन की गोलियां भी वितरण की गई | इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान नींद भरपूर मात्रा मे लेने की सलाह दी गयी।
दूसरे और तीसरे माह हर गर्भवती की जांच जरूरी
मथुरा। गर्भवती को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के साथ- साथ खान पान और जांच कराने की सलाह दी। गर्भवती को गर्भ के तीसरे और चौथे माह में अपने स्वास्थ्य की जांच कराए और आठवें – नौवें माह में अस्पताल जाकर अपनी जाँच कराएं सभी गर्भवती के कोविड की जाँच भी कराई गई।