विद्या, धर्म और धन की धीरे-धीरे होती है प्राप्ति

बृज दर्शन

जय गणपति सुप्रभात

जलबिन्दुनिपातेन क्रमशः पूर्यते घट:। स हेतु: सर्वविद्मानां धर्मस्य च धनस्य च ।
(सुभाषित रत्नभण्डार)
पानी की बून्द-बून्द से घड़ा भरता है, वैसे ही विद्या, धर्म और धन की सम्पूर्ण प्राप्ति धीरे-धीरे होती है ।
कल्याणमस्तु
श्री गणेशाय नमः महन्तआचार्य पं राम कृष्ण शास्त्री प्राचीन सिद्ध श्री दुर्गा देवी मंदिर गीता एनक्लेव बैंक कॉलोनी कृष्णा नगर मथुरा फोन नंबर 9411257286,7417935054

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