पिंटू उपाध्याय
मथुरा। किसान आंदोलन के कारण उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बॉर्डर पर पुलिस और किसानों की रस्साकशी देखी जा रही है। इसी कारण यहां अब दिन में कई-कई बार भीषण जाम लग जाता है। जिससे हाइवे से गुजरने वाले राहगीरों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसान आंदोलन से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। सबसे संकट हरियाणा की तरफ रोजाना जाने वालों के लिये हो गया है। जिनकी नोकरी है, उनकी नोकरी पर बन आयी है। वैसे ही कोरैना काल के बाद धीरे धीरे पटरी पर गाड़ी आई थी। लेकिन किसान आंदोलन से अब फिर आवागमन के मामले में गाड़ी पटरी से उतरती दिखाई दे रही है।शादियों के सीजन में सभी को इस दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी कमी हरियाणा प्रशसन की नजर आ रही है जो बॉर्डर को जब मर्जी बन्द कर देते है जब मर्जी खोल देते है। इमरजेन्सी सेवा भी ठप हो चुकी है। लोग अपनी दवाई भी फरीदाबाद दिल्ली से नही ला पा रहे हैं। वही किसानों का कहना है, हमको आखिर क्यों रोका जा रहा है। दिल्ली जाने से किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए है।