मथुरा रिफाइनरी ने उन्नत मोतियाबिंद सर्जरी के लिए रामकृष्ण मिशन, वृन्दावन को फेको मशीन सौंपी

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मथुरा । मथुरा रिफाइनरी ने अपनी स्थापना के बाद से ही विभिन्न सीएसआर पहलों के अंतर्गत स्थानीय निवासियों के लाभ के लिए काम किया है। मथुरा रिफाइनरी में बुनियादी ढांचे का विकास, शौचालयों का निर्माण, स्कूल के लिए फर्नीचर उपलब्ध कराना, महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास, चिकित्सा सुविधाएं आदि कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रमुख क्षेत्र हैं।
इसी क्रम में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत, मथुरा रिफाइनरी ने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन को फेकोइमल्सीफिकेशन मशीन प्रदान की। मथुरा रिफाइनरी की इस पहल से आरकेएमएस में नेत्र उपचार सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी और लोगों को काफी फायदा मिलेगा। श्री मुकुल अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख, मथुरा रिफाइनरी ने हाल ही में आरकेएमएस में आयोजित एक समारोह के दौरान इस मशीन का उद्घाटन किया और इसे स्वामी सुप्रकाशानंद, सचिव आरकेएमएस को सौंपा|
फेकोइमल्सीफिकेशन मशीन मोतियाबिंद के इलाज की नवीनतम तकनीक है। यह मशीन धुंधले लेंस को तोड़ने और हटाने के लिए अल्ट्रासोनिक ऊर्जा का उपयोग करती है और फिर उसके स्थान पर एक आईओएल (इंट्रा ओकुलर लेंस) प्रत्यारोपित किया जाता है। इस मशीन में इस्तेमाल की गई तकनीक बहुत उन्नत है। यह मशीन मथुरा रिफाइनरी द्वारा 76.49 लाख. रुपये की लागत से आरकेएमएस को सौंपी गई है।
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एक प्रतिष्ठित संस्थान है जिससे मथुरा रिफाइनरी कई वर्षों से जुड़ी है | पिछले कई सालों में रिफाइनरी की ओर से आरकेएमएस के उद्देश्य का समर्थन किया है और सहायता प्रदान की गयी है जैसे:

  1. वित्तीय वर्ष 2015-16 में रु. 14 लाख की लागत से एक एम्बुलेंस।
  2. महिला छात्रों को उनके जीएनएम पाठ्यक्रमों के लिए वर्ष 2019-20 से लगातार दो बैचों को 63 लाख रुपये से प्रायोजित किया है |
  3. वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 62.00 लाख रुपये की लागत से 200 किलोवाट रूफ टॉप ऑन ग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र प्रदान किया है |

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