–भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म मे गाय का विशेष महत्व- लक्ष्मीनारायण चौधरी
फरह। भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म में गाय का विशेष महत्व है। माँ के दूध के बाद गाय का दूध ही सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए हम गौ पालन और उसका संरक्षण करें।
उक्त विचार प्रदेश पशुधन मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गौ सेवा गतिविधि ब्रज प्रांत के तत्वावधान में दीनदयाल कामधेनु गौशाला समिति, दीनदयालधाम के द्वारा आयोजित गोपाष्टमी उत्सव के अवसर पर आयोजित गौ पूजन कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आज तक के इतिहास में कभी भी किसी भी प्रदेश में किसी भी सरकार ने गौशालाएँ नही बनाई हैं। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में यह पहली सरकार है जिन्होंने गौपालन के लिए गौशालाएँ बनवाई हैं और उनके संचालन के लिए प्रतिवर्ष करोडों रुपये देते हैं।
इससे पूर्व पशुधन मंत्री ने दीनदयाल कामधेनु गौशाला में गौपूजन एवं आरती कर गोशालाओं की गायों को गुड़ खिलाया। उन्होंने गाय के गोबर से सुन्दर एवं मजबूत मूर्ति बनाने आदि विभिन्न उत्पाद बनाने के द्वि दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन माँ शारदे के चित्रपट सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर एवं पं० दीनदयाल उपाध्याय के चित्रपट पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया।
कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गौ सेवा गतिविधि के अखिल भारतीय प्रशिक्षण प्रमुख के ई एन राघवन ने बताया कि रामराज्य का आधार गौ पालन है और भारत की समृद्धि का आधार भी गाय है। अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक अतुल कृष्ण शास्त्री ने गाय के धार्मिक महत्व और उनके पालन पर मार्गदर्शन प्रदान किया। समिति के मंत्री डॉ० हरीरामभदौरिया ने समिति का वृत्त प्रस्तुत किया।
प्रातः गोपाष्टमी के अवसर पर गौशाला में समिति पदाधिकारियों, ग्रामवासियों और स्वयंसेवकों ने वेदमंत्रोंच्चारण के साथ हवन किया। गायों को भी सुन्दर रुप से वस्त्र पहनाकर सजाया भी गया।
इस अवसर पर पालक अधिकारी महेंद्र, निदेशक सोनपाल, ललित निदेशक केशवधाम, राजवीर, विभाग प्रचारक गोविंद, डॉ० रोशन लाल, मंत्री नवीन मित्तल, भगवान स्वरूप द्विवेदी, महामंत्री डॉ० कलम कौशिक, मनीष गुप्ता, निरंजन लाल, नरेंद्र पाठक, जिला भाजपा महामंत्री ठा महिपाल सिंह, मनोज फौजदार, भीकम चंद्र दुबे, सुनील दिल्ली, रवि जयपुर, जनार्दन शर्मा सांसद प्रतिनिधि, प्रचार मंत्री मुकेश शर्मा, हरेंद्र सारास्वत, जगमोहन पाठक, ब्रजेश भारद्वाज, हरिशंकर दीक्षित, सतीश पचौरी, रोहित, अवधेश उपाध्याय, प्रमिला, ब्रजमोहन गौड, लालसिंह तरकर, रामगोपाल, यज्ञदत्त शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
अतिथियों का परिचय संजय पाठक ने एवं आभार समिति अध्यक्ष शिवशंकर शर्मा ने व्यक्त किया।