मथुरा। क्लेम फोरम के द्वारा मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल के मथुरा से लखनऊ के लिए स्थानांतरित होकर गए पीठासीन अधिकारी रणधीर सिंह को सोमवार को विदाई दी गई । इस अवधि में उनके द्वारा वादकारियों के हितों में किए गए फैसलों की सराहना की गई।
मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल की स्थापना के वक्त करीब ढाई वर्ष पहले जज रणधीर सिंह मथुरा में पीठासीन अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए थे। क्लेम कोर्ट जिला न्यायालय से करीब डेढ किलोमीटर दूर फेज ए आम कॉलेज में बनाई गई जहां कार्य करने के लिए अनुकूल माहौल न होने तथा पर्याप्त कर्मचारी न होने के अभाव में भी बड़ी संख्या में करीब अठारह सो केसों का निस्तारण किया गया। न्यायिक कार्य के दौरान शीघ्र और सुलभ न्याय वाद कारियो को प्रदान करने की नीति अपनाई गई।
क्लेम फोरम के द्वारा सोमवार को एक स्थानीय होटल में जज रणधीर सिंह को विदाई दी गई। इस अवसर पर उनको न्यायिक क्षेत्र में और अच्छे कार्य करने की शक्ति प्रदान करने के लिए राधा कृष्ण के युगल स्वरूप की मन मोहक छवि भेट की गई।वकीलों ने उनको दुपट्टा पहनाए। और माल्यार्पण करके जोशीला स्वागत किया।इस मौके पर उन्होंने कहा कि ब्रज वासियों की सेवा का अवसर मेरे लिए सौभाग्य की बात है। जिसे जीवन भर भुलाया नहीं जा सकता है। मेरे सेवा काल में सबसे अधिक वादों का निस्तारण करने की शक्ति मुझे बांके बिहारी की कृपा से मिली । जिसे मैंने ब्रज वासियों को समर्पित किया है।
इस अवसर पर सतीश शर्मा, ओ पी उपाध्याय, अजीत तेहरिया, मदन अग्रवाल, राजेश चतुर्वेदी, आशुतोष पाठक, रघुनाथ राजावत ,रामस्वरूप शर्मा ,राजेश तरकर, अर्चना सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लेम फोरम के उपाध्यक्ष ब्रजेश शर्मा तथा संचालन सचिव ओमवीर सारस्वत के द्वारा किया गया।