रावण के भय और राम के प्यार से डरते थे लोग

हाथरस

डिस्ट्रिक्ट बार के निर्वाचित पदाधिकारियों का रामलीला मंच पर हुआ स्वगत
हाथरस। राम और रावण दोनों ही एक ही राशि के व्यक्तित्व थे। दोनों से ही लोग डरते थे। अंतर सिर्फ इतना था की राम के प्यार और निष्ठा से तो रावण के भय और दुष्टता से। इस धारणा में भी एक संदेश छिपा है। जिसको हम बुराई पर अच्छाई की विजय भी कहते है। यही कारण है कि हर वर्ष रावण के पुतले का दहन कर बुराईयों के परिणाम का दर्शन करते है। जबकि हर वर्ष रामलीला मंचन से राम जी के चरित्र को स्मरण करते हुए मर्यादित जीवन जीने का संदेश प्राप्त सकते।
यह उद्गार नवनिर्वाचित अध्यक्ष वीरेश कुमार श्रोति व सचिव हितेंद्र कुमार गुड्डू ने मुरसान स्थित रामलीला मंच पर अपनी टीम सहित स्वागत के मौके पर व्यक्त किए। मुरसान की रामलीला कमेटी की तरफ से डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जिला एवं सत्र न्यायालय हाथरस की नवनिर्वाचित कमेटी का यहां स्वागत समारोह आयोजित किया गया था। इस मौके पर कमेटी की तरफ से पूर्व अध्यक्ष डिस्ट्रिक्ट बार लक्ष्मीकांत सारस्वत व वरिष्ठ अधिवक्ता रामप्रकाश चौधरी के अलावा सहयोगियों में शशांक सारस्वत सहित तमाम लोग मौजूद थे। जबकि स्वागत स्वीकारने में कोषाध्यक्ष कपिल मोहन गौड़ सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

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