मथुरा। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन में लैंप लाइटिंग और वार्षिकोत्सव का आयोजन सम्पन्न हुआ | लगभग दोपहर ३:३० को यह कार्यक्रम दीप प्रज्वलित करके प्रारम्भ हुआ| तत्पश्चात वक्रतुंड महाकाय… मंत्रोच्चारण के माध्यम से छात्राओं ने आध्यात्मिक वातावरण बना दिया | इस उपलक्ष्य पर रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के उप महासचिव स्वामी सत्येशानंद महाराज और रवि स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, आगरा की प्रधानाचार्या डॉ सीमा जांगिड़ उपस्थित थे|
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, वृन्दावन की प्रधानाचार्य कुमारी रेणु बाला सिंह ने अपने स्वागत भाषण में नर्सेज के दायित्वों का उल्लेख किया और नर्सिंग-सेवा के प्रारम्भ होने के इतिहास से श्रोताओं को अवगत कराया |
रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन, बेलुड़ मठ, पश्चिम बंगाल के उप महासचिव स्वामी सत्येशानंद जी महाराज ने कहा कि सेवाश्रम का आदर्श वाक्य है मनुष्य की सेवा ही ईश्वर की सेवा है, इस प्रकार जाति, पंथ या धर्म की परवाह किए बिना भक्ति और प्रतिबद्धता की भावना के साथ रोगियों की सेवा करना हमारा धर्म है सेवाश्रम स्कूल छात्राओं को ज्ञान प्राप्त करने, कौशल विकसित करने और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रशिक्षित करता है और उन्हें उपरोक्त आदर्श के साथ सक्षम, कुशल नर्स के रूप में कर्तव्यों का पालन करने में सक्षम बनाता है। उन्होंने बड़े ही आकर्षक ढंग से कई उदाहरण देते हुए सभा को स्वामी विवेकानंद जी महाराज की कार्यपद्धति ‘आत्मनो मोक्षार्थं जगतहिताय च’ (स्वयं के मोक्ष के साथ-साथ जगत के हित के लिए कार्य करने) को विस्तृत रूप से समझाया | उन्होंने श्री मां सारदा देवी के जीवन से प्रेरणा लेने का उपदेश दिया उन्होंने कहा कि वे जगत की माता है और सेवा की भावना हम उनसे से ग्रहण कर सकते हैं। रवि स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, आगरा की प्रधानाचार्या डॉ सीमा जांगिड़ जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘असतो मा सद्गमय’ हमारी संस्कृति है और लैंप लाइटिंग उसका एक अनूठा रूप है| नर्सिंग का कार्य एक नेक कार्य है|
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम धर्मार्थ अस्पताल की स्टाफ नर्स कुमारी श्रेया एस डेविड ने अस्पताल के रिपोर्ट में बताया कि यह 300 बिस्तरों वाला बहु-विशिष्ट सुविधाओं से सुसज्जित धर्मार्थ अस्पताल कैंसर चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, हृदय चिकित्सा, मूत्र रोग चिकित्सा, गुर्दा रोग (मेघ रोग) चिकित्सा, स्नायु रोग चिकित्सा जैसी विशेष सुविधाओं के अलावा अन्य सभी साधारण सेवाएं प्रदान करता है।
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, वृन्दावन की ट्यूटर कुमारी स्रुचि ठाकुर ने स्कूल के रिपोर्ट में उल्लेख किया कि 1981 में शुरू हुआ, रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम स्कूल ऑफ नर्सिंग, वृंदावन को यू.पी. द्वारा विधिवत मान्यता प्राप्त है। राज्य चिकित्सा संकाय और भारतीय नर्सिंग परिषद। यह तीन साल के जनरल नर्सिंग और मिडवाइफरी डिप्लोमा कोर्स के लिए इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम, नियमों और विनियमों का पालन करता है। हर साल एक बैच में अधिकतम 30 लड़कियों को प्रवेश दिया जाता है। यह छात्राओं का ४१ वां बैच है|
लैंप लाइटिंग में प्रारम्भिक बैच की छात्राओं ने नैतिक व निःस्वार्थ रूप से कार्य करने की शपथ ली। वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में छात्राओं को विभिन्न पुरस्कार वितरित किये। छात्राओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 9 छात्राओं को 3,41,000 रुपये की छात्रवृति दी गयी| विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पश्चात यह अनुष्ठान समाप्त हुआ| उक्त कार्यक्रम में अस्पताल के डॉक्टर, नर्स, भक्त तथा अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे|