आगरा/ अलीगढ़/हाथरस/ फिरोजाबाद । दक्षिणांचल मुख्यालय की विजिलेंस एवं अन्य टीमों ने दो स्थानों पर बिजली चोरी के बड़े मामले पकड़े हैं। बिजली चोरी करने का तरीका जान टीमें भी हैरान रह गईं। मैन सप्लाई का न्यूट्रल काटकर हाई फीवेंक्सी न्यूट्रल डिस्टरवेंस डिवाइस लगाकर चोरी की जा रही थी। बिजली थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। दोनों तेल मिल संचालकों पर 50 लाख के आसपास जुर्माना लगने की संभावना है।
पिछले दिनों किसी व्यक्ति ने दक्षिणांचल मुख्यालय को इस बिजली चोरी की सूचना दी। दक्षिणांचल एमडी अमित किशोर आईएएस ने कार्रवाई करने के निर्देश टीमों को दिए। निदेशक वाणिज्य राजीव शर्मा ने गोपनीय तरीके से चेकिंग करने के आदेश दिए। एसपी विजिलेंस बबिता साहू आईपीएस एवं अधीक्षण अभियन्ता एजाज अहमद के निर्देशन में कार्रवाई करने प्लानिंग तैयार की गई। इसके लिए दिन चुना गया सोमवार रात्रि का। मुख्यालय विजिलेंस के एई रेड्स जितेन्द्र सिंह,फिरोजाबाद टेस्ट डिवीजन के एक्सईएन जेपी गुप्ता,फतेहाबाद टेस्ट के एक्सईएन अमर सिंह,प्रवर्तन दल फिरोजाबाद के प्रभारी सुधीर सिंह,जेई राहुल कुमार,हाथरस प्रवर्तन दल के प्रभारी अभयपाल सिंह,जेई ललित राना एवं टीम ने अन्य सदस्यों ने गोपनीय प्लानिंग के साथ इगलास अलीगढ़ के गौरई गांव में संचालित तेल मिल पर छापामार कार्रवाई की। गंभीरता पूर्वक की गई जांच में पता चला कि तेल मिल में बिजली चोरी किसी डिवाइस के माध्यम से की जा रही है। मैन सप्लाई का न्यूट्रल काट कर एवं हाई फीवेंक्सी न्यूट्रल डिस्टरवेंस डिवाइस लगाकर चोरी को अंजाम दिया जा रहा था। छत पर डिवाइस लगा रखी थी,जिसे संचालक एवं अन्य के द्वारा कंट्रोल किया जाता था। सीसीटीवी कैमरे दोनों तेल मिल पर लगे थे। यदि कोई चेकिंग को आता है तो डिवाइस को रिमोट के माध्यम से बंद कर दिया जाता था। बिजली कनेक्शन भुवनेश्वर दयाल एवं रेनू अग्रवाल के नाम से थे।
अलीगढ़ बिजली थाने में रिपोर्ट दर्ज
दक्षिणांचल मुख्यालय की विजिलेंस टीम के एई रेड्स जितेन्द्र सिंह के अनुसार दोनों बिजली चोरी के प्रकरणों में अलीगढ़ बिजली थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। दोनों बिजली कनेक्शन 40 40 किलो वाट के हैं इनमें बिजली की खपत कम आ रही थी इसीलिए यह शक के दायरे में थे।
बिजली विभाग में भी मची खलबली
बड़ी बिजली चोरी के दो मामले विजिलेंस एवं अन्य टीमों द्वारा पकड़े जाने के बाद बिजली विभाग में भी खलबली मची हुई है। अधिकारी एवं इंजीनियर इस पर चर्चा कर रहे हैं।
पूर्व में भी हो चुकी चेकिंग,गड़बड़ी नहीं आई थी पकड़ में
यह कनेक्शन जांच के दायरे में थे। कारण था कम खपत आना। यहां पूर्व में भी बिजली टीमें चेकिंग कर लौट गई थीं,लेकिन गड़बड़ी पकड़ में नहीं आ पाई।
–शातिराना तरीके से की जा रही थी बिजली चोरी
फिरोजाबाद टेस्ट डिवीजन के एक्सईएन जेपी गुप्ता एवं फतेहाबाद के टेस्ट डिवीजन एक्सईएन अमर सिंह के अनुसार शातिराना तरीके से चोरी की जा रही थी। इनकमिंग न्यूट्रल ब्रेक कर दिया था। आइसोलेट करके अंदर से जोड़ रखा। बाहर से दिखाई नहीं पड़ता था। घरेलू कनेक्शन से न्यूट्रल से तेल मिल वाले पावर मीटर को न्यूट्रल दिया गया था। डिवाइस के माध्यम से मीटर की डिस्प्ले कंट्रोल किया जाता था। थ्री फेस सप्लाई जा रही था लेकिन खपत की रिकार्डिग नहीं हो पाती थी।