प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेन्डर्स आत्म निर्भर निधि योजना में 5000 पथ विक्रेताओं को मिले प्रमाण पत्र

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मथुरा। रेहड़ी और पथ विक्रेताओं (छोटे सड़क विक्रेताओं) को अपना खुद का काम नए सिरे से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेन्डर्स आत्म निर्भर निधि योजना के तहत मंगलवार को जिले के 5000 पटरी दुुकानदारों को ऋण स्वीकृति का प्रमाण पत्र वितरित किया गया। नगला कोल्हू शेल्टर होम हाॅल में आयोजित कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योजना के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद किया तथा उन्हें सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के उपरान्त विधायक बल्देव पूरन प्रकाश व जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने योजना के अन्तर्गत चयनित पथ विक्रेताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किये गए। संयुक्त रूप से मौके पर 50 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र दिए गए तथा शेष 4950 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र दिये जा रहे हैं।
इस अवसर पर विधायक बल्देव पूरन प्रकाश ने कहा कि आत्म निर्भर भारत के लिए आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। सरकार द्वारा सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प के साथ हर तबके के लोगों के विकास के लिए बिना किसी भेदभाव के काम कर रही है। उन्होंने लाभार्थी पथ विक्रेताओं से अपील की कि वे लोग सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता से अपने उद्यम संचालित करें और लाभ कमाएं।
जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस योजना का लाभ सभी छोटे पथ विक्रेताओं को उपलब्ध कराया जायेगा। इस योजना का लाभ सड़क के किनारे रेहड़ी पटरी दुकान वालों को प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स दस हजार रुपये तक की कार्यशील पूंजी ऋण का लाभ उठा सकते हैं, जिसे वे एक वर्ष में मासिक किस्तों में चुका सकते हैं। इस लोन को समय पर चुकाने वाले स्ट्रीट वेंडर्स को सात फीसदी का वार्षिक ब्याज सब्सिडी के तौर पर उनके अकाउंट में सरकार की ओर से ट्रांसफर किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य 36483 के सापेक्ष शत-प्रतिशत से भी अधिक पथ विक्रेताओं को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेहड़ी-पटरी वालों और ठेले पर सामान बेचने वाले अपना जीवन यापन करने के लिए काम नहीं कर पा रहे थे, उनकी समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस योजना को शुरू की।
डीएम ने बताया कि जनपद के 36483 लक्ष्य के सापेक्ष यूनियन बैंक आॅफ इण्डिया ने 454, यूको बैंक ने 139, स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया ने 1418, पंजाब नेशनल बैंक ने 616, पंजाब एण्ड सिंड ने 54, इण्डियन आॅवरसीज बैंक ने 376, इण्डियन बैंक 106, आईडीबीआई बैंक ने 09, फेडेरल बैंक ने 01, सेन्टर बैंक आॅफ इण्डिया ने 163, केनरा बैंक ने 909, बैंक आॅफ महाराष्ट्र ने 16, बैंक आॅफ इण्डिया ने 212, बैंक आॅफ बढ़ौदा ने 460 एवं आर्यवर्त बैंक ने 35 लोन स्वीकृत किये हैं। कार्यक्रम के दौरान मौके पर दिये गये प्रमाण पत्र इण्डियन आॅवरसीज बैंक से 05, स्टेट बैंक से 05, यूनियन बैंक आॅफ इण्डिया से 05, केनरा बैंक से 10, पंजाब एण्ड सिंड बैंक से 05, सेन्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया 10, इण्डियन बैंक से 05, बैंक आॅफ इण्डिया से 08 लोन स्वीकृत प्रमाण वितरण किये, जिसमें 03 लाभार्थी खजान सिंह पुत्र समताराम निवासी झींगुर मथुरा, बिल्लू पुत्र भगवान सिंह निवासी कृष्णपुरी एवं मदन मोहन सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासी सदर बाजार अनुपस्थित थे।
डीएम ने बताया कि ये कार्यक्रम शहर में दो स्थानों पर किया जा रहा है, जिसमें एक भूतेश्वर चैराहा दूसरा नगला कोल्हू में स्थित शेल्टर होम रखा गया है। इसके साथ ही सभी नगर पालिका तथा नगर पंचायतों में भी कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। नगर पालिका एवं नगर पंचायतों हेतु इस कार्यक्रम के प्रभारी नोडल अधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद यादव के निर्देशन में किये गये हैं। नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार मादड ने बैंकों द्वारा इस योजना में विशेष सहयोग प्रदान के करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम में मेयर डॉ मुकेश आर्य बंधु, सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा, पीओ डूडा रमेश कौशिक, शेल्टर होम प्रबंधक नितिन कुमार, शहर मिशन प्रबंधक मनीष गुप्ता व आशीष पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी व लाभार्थीगण उपस्थित रहे।

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