मथुरा। जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने कलेक्ट्रेट सभागार में जन योजना निर्माण की बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि सभी ग्राम पंचायतें अपनी दिसम्बर तक आवश्यक रूप से दो बैठकें कर लें, जिसमें ग्राम से संबंधित सभी आवश्यकताओं को चिन्हीकरण करके प्राथमिकता के आधार पर ग्राम समाज की बैठक में प्रस्तुत करके अनुमोदन करायें।
डीएम ने निर्देश दिये कि परफॉर्मेंस ग्राण्ट में आयी हुई धनराशि का प्रत्येक रूपया जनकल्याण में आवश्यक रूप से खर्च किया जाये, जिसके लिए माइक्रोलेबल पर योजना तैयार कर ली जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि ग्राम पंचायत स्तर पर किये गये कार्यों का बोर्ड लगाकर योजना अंकित की जाये तथा योजना में खर्च की जाने वाली धनराशि में प्रत्येक स्तर पर पारदर्शिता रखी जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. नितिन गौड़ ने अवगत कराया कि परफोरमेन्स ग्राण्ट उ0प्र0 में 130 ग्राम पंचायतों में स्वीकृत की गयी है, जिनमें से 05 ग्राम पंचायतें जनपद मथुरा की हैं। जिन ग्राम पंचायतों ने गत 03 वर्षों में विभिन्न राजस्व वसूली अच्छी की है, उनको ग्राण्ट उपलब्ध करायी गयी है।
श्री गौड़ ने बताया कि ब्लाॅक गोवर्धन के ग्राम पंचायत अड़ीग को 38 करोड़, ब्लाॅक बल्देव की ग्राम पंचायत ततरौता को 07.5 करोड़, ब्लाॅक छाता की ग्राम पंचायत पैगांव को 20.05 करोड़, ब्लाॅक मथुरा की टोह को 6.5 करोड़ एवं ब्लाॅक मांट की ग्राम पंचायत नगला हिमायु को 4.40 करोड़ रू0 आवंटित किये गये हैं। जिनमें से 04 ग्राम पंचायतों की डिपीआर बन चुकी है, जिसको यथाशीघ्र शासन को अनुमोदन के लिए भेजा जायेगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि उक्त पैसे से गांव में सीसी रोड़, नाली, जिम, पार्क, स्मार्ट क्लासिस तथा अड़ीग में टूरिस्ट फैसिलिटी सेन्टर का निर्माण प्रस्तावित किया जाना है। उन्होंने बताया कि कार्य पूरा होने के पश्चात उक्त ग्राम पंचायतें एक माॅडल के रूप में विकसित होंगी।
इस अवसर पर जिला पंचायतराज अधिकारी डाॅ. प्रीतम सिंह, उप कृषि निदेशक धुरेन्द्र कुमार, पीड़ी बलराम कुमार, ग्राम पंचायत तोष के प्रधान गोविन्दा सिंह सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं ग्राम प्रधान उपस्थित थे।