मथुरा। श्री 1008 जम्बूस्वामी जैन सिद्धक्षेत्र चौरासी मन्दिर मथुरा के सहयोग तथा श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर पंचायती जैन मन्दिर ताजगंज आगरा के पर्युषण क्षमावाणी पर्व के अवसर पर ब्रज संस्कृति केन्द्र,मथुरा (रजि.) द्वारा राज्यपाल द्वारा अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत वरिष्ठ लोकनाट्यविद डॉ. खेमचन्द यदुवँशी द्वारा रचित व निर्देशित भगत- साध्वी चन्दन बाला के उज्ज्वल चरित्र को आगरा के सूरसदन प्रेक्षागृह में आगरा शैली में डिजिटल मन्चन कर नया इतिहास रचा है।
सर्वप्रथम चौरासी मन्दिर में श्री 1008 अजितनाथ भगवान व एलाचार्य श्री108 प्रभावना भूषण जी महाराज को सभी कलाकारों ने श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया तथा जिनवाणी माता के समक्ष अखण्ड ज्योति स्थापित की गई।
तदोपरांत आगरा शैली में गायन करते हुए भगत साध्वी चन्दन बाला का मन्चन प्रारम्भ किया जिसमें डॉ. खेमचन्द यदुवँशी (रंगाचार्य),ऋतुराज यदुवँशी (महावीर स्वामी),हेमा ब्रजवासी (चन्दन बाला),शबमन कुमारी (सहेली व रानी),सीमा ब्रजवासी (भीलनी व दासी),गया लाल बौद्ध (नगर सेठ),विनोद कुमार (विद्याधर की पत्नी व सेठानी),भजन लाल बौद्ध (कौशाम्बी नरेश राजा शतानीक),स्वामी घनश्याम (भील),मदन लाल टनाटन(कलुआ नाई), गुलाब सिंह (दलाल),प्रद्युम्न यदुवँशी (वैशाली नरेश-राजा चेटक),रामप्रकाश शर्मा (सैनिक),विनोद रघुवंशी(सैनिक),सुनील कुमार (सैनिक) के साथ साथ ताजगंज जैन समाज की बालिका मण्डल,महिला मंडल व युवा मण्डल के सभी सदस्य कलाकारों का अभिनय सराहनीय रहा।
वासुदेव नागर (हार्मोनियम), उस्ताद इब्राहिम खान (नक्कारा) व सोहिल खान ने ढोलक पर बेहतर संगत प्रदान की।
मन्चन से पूर्व श्री पार्श्वनाथ जैनमन्दिर कमेटी के पदाधिकारियों ने कथानक के लेखक-हरि कृष्ण मित्तल (फ्री गंजवाले-आगरा) व निर्देशक डॉ. खेमचन्द यदुवँशी तथा प्रेरणा स्रोत व सह निर्देशक डॉ.. एस. एस. अग्रवाल को भगत-सांगीत क्षेत्र में अतुलनीय योगदान हेतु प्रशस्ति-पत्र भेंट करते हुए सम्मानित किया। इसी क्रम में मन्चन के प्रेरणा स्रोत व सहनिर्देशक पूर्व सैन्य अधिकारी शांति स्वरूप अग्रवाल ने सभी कलाकारों व आगन्तुकों का स्वागत करते हुए स्पष्ट किया – “भगत-साध्वी चन्दन बाला का मन्चन विगत लगभग 45 वर्षों से किसी न किसी कारणवश टलता रहा किन्तु जब इसकी स्क्रिप्ट का मंदिर के विधान में श्रीफल भेंट कर पूजन अर्चन कराया गया तो मात्र 2 माह में भगत का मन्चन सम्भव हो गया,और यह सब श्री पार्श्वनाथ प्रभु का चमत्कार है जो आगरा की शैली में ब्रज संस्कृति केंद्र,मथुरा के कलाकार गायन व अभिनय कर रहे हैं।आगरा से विलुप्त हो रही भगत शैली को संरक्षित करने के उद्देश्य से आज युवाओं को इससे जोड़ा गया है और आज पहली बार युवा वर्ग भगत के मन्चन को बेहद तल्लीनता से देख रहा है, इसके लिए मैं डॉ. खेमचन्द यदुवँशी के साथ साथ ताजगंज जैन समाज मन्दिर के पदाधिकारियों का विशेष रूप से आभारी हूँ।”
मन्चन में ताजगंज जैन समाज मन्दिर के विशेष सहयोगी- डॉ. एस. एस. अग्रवाल(पूर्वसैन्य अधिकारी), अध्यक्ष- संजय कुमार जैन,उपाध्यक्ष- योगेश जैन,
महामंत्री-संजयबाबू जैन,संयुक्त मंत्री- पारस जैन, कोषाध्यक्ष-विजय कुमार जैन, ऋतु जैन,मीरा जैन,गीता जैन,सपना जैन निशांत जैन, नमन जैन, अर्पित जैन, मधुर जैन,शुभम,जैन वैभव, नैन्सी प्रियनशि,अनुष्का,प्रीति,गौरी जैन, पलक जैन,तेजस्वी जैन सहित बालिका मण्डल,महिला मंडल व युवा मंडल के सदस्यों का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर समस्त आगरा जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन मन्दिर समिति के महामंत्री संजय कुमार जैन द्वारा किया गया तथा विशेष सहयोगी डॉ. एस.एस अग्रवाल ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।