बीडीओ और एडीओ पंचायत के बीच चला बाक युद्ध
– ब्लाक परिसर में गंदगी देख माथा ठनका खंड विकास अधिकारी का
भरतलाल गोयल
फरह। ब्लाक परिसर में गंदगी का आलम देख सोमवार को खंड विकास अधिकारी का माथा ठनक गया। एडीओ पंचायत से उन्होंने गंदगी की शिकायत की तो मामला गरमा गया। एडीओ न केवल अभद्रता से पेश आए अपितु कुर्सी से खड़ा होना भी लाजिमी नहीं समझा। दोनों के बीच काफी देर तक बाक युद्ध चला। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में खंड विकास अधिकारी रमेश चंद शर्मा एडीओ पंचायत श्यामसुदर सारस्वत के कक्ष में पहुंचते हैं और ब्लाक कैम्पस में गंदगी की शिकायत करते हैं। इतने पर एडीओ कुर्सी पर बैठे बैठे अपशब्द बोलना शुरू कर देते है। कह रहे हैं कि ब्लाक किसी की बाप की जागीर नहीं है। यहां ऐसा ही होगा। बीडीओ कह रहे हैं कि ब्लाक किसी के बाप का नहीं है सरकार का तो है। इसी तरह काफी देर तक बाक युद्ध वीडियो में होता दिख रहा है। दोनों ओर से तकरार और टकराहट की दुंदभि बज रही है। एक मिनट उन्नीस सेकंड की वीडियो में अनुशासन और पद सोपान की सरकारी मर्यादा तार तार होती दिख रही है।
ब्लाक परिसर में गंदगी बिखरी पड़ी थी। सफाई कर्मचारी एडीओ के कक्ष में बैठे गप लड़ा रहे थे। मैं जब एडीओ के पास पहुंचा और कर्मचारियों को देखा तो कहा कि ब्लाक परिसर गन्दा है। सफाई कर्मचारी कल से यहां नहीं आए। अपनी पंचायतों में पहुंचें। इस पर एडीओ बेकाबू हो गए। उन्होने अपशब्दों का प्रयोग किया और सीट से खड़ा होना भी उचित नहीं समझा।
-रमेशचंद्र शर्मा, बीडीओ फरह
गांवों की गलियां बन रहीं नरक
उचित साफ सफाई के अभाव में गांव की गलियां नरक बन रही हैं। पहली मर्तबा सफाई कर्मचारी गांवों में पहुंच ही नहीं रहे हैं। कहीं कहीं पहुंच रहे हैं तो प्रधानों के बंधुआ मजदूरों की तरह काम कर रहे हैं। गांवों की गलियों गंदगी और बदबू से सड़ रही हैं। ये झाड़ू तो लगाना दूर गलियों में गन्दगी के ढेरों को भी नहीं ढोह रहे हैं।